- उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव हेतु राष्ट्रीय लोकदल के घोषणा पत्र (लोक संकल्प-2022) का मसौदा तैयार करने लिए लोक संकल्प समिति ने किसानों से संवाद किया
वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 7 अगस्त। युवा राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गये काले कृषि कानूनों तथा फसलों के उचित मूल्य नहीं मिलने से जहां किसानों में गहरी निराशा है, वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले सालों से गन्ने के दाम में बढ़ोतरी ना होने तथा डीजल, बिजली और खाद की कीमतों में बेतहाशा बढोतरी के कारण उत्तर प्रदेश के किसान बेहद दुःखी और नाराज है। लोक संकल्प समिति के सदस्यों की खेती-किसानी के विभिन्न मुद्दों पर किसानों से व्यापक चर्चा हुई। चर्चा के दौरान मुख्य रूप से चौधरी युद्धवीर सिंह, गौरव टिकैत, लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह, सह अध्यक्ष प्रो. अजय कुमार, एस के वर्मा, डॉ. शहंशाह खान, रामाशीष राय, सुखबीर सिंह गठीना, रमा नागर सहित अनेक किसान मौजूद रहे।
आंदोलनकारी किसानों को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी द्वारा गठित लोक संकल्प समिति के सदस्यों ने आश्वस्त किया की राष्ट्रीय लोकदल पिछले 8 महीनों से चल रहे किसान आंदोलन के साथ है और तीनों काले कृषि कानूनों के दुष्प्रभाव से उत्तर प्रदेश की नई सरकार किसानों को बचाने के लिए कदम उठाएगी। लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न वर्गों से रायशुमारी कर राष्ट्रीय लोकदल का घोषणापत्र तैयार किया जायेगा। गाँव, किसान, कामगारों तथा युवा वर्ग और महिला उत्थान को राष्ट्रीय लोकदल के घोषणा पत्र के केंद्र बिंदु होंगे।
इस अवसर पर लोक संकल्प समिति के सह अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रो. अजय कुमार ने आंदोलन कर रहे किसानों को आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय लोकदल सदैव की भांति ही किसानों की जायज माँगों का समर्थन करता है। अगर प्रदेश की महान जनता विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल को ताकत देती है तो किसानों की प्रमुख समस्याओं का निदान तय है। जिनमें गन्ना मूल्य में वृद्धि और बिजली बिलों का भार कम करना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।