खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न से सम्मानित करे सरकार-राष्ट्रीय लोक दल


 वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 20 अगस्त। राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुपम मिश्रा ने आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए अपने पत्र में लिखा कि सवा सौ करोड़ भारतीयों के लिए व खेल प्रेमियों के लिए इससे अधिक गौरव की और क्या बात होगी। यदि उनके जन्मदिवस 29 अगस्त को जिसे समूचा राष्ट्र खेल दिवस के रूप में मनाता है उस दिन प्रधानमंत्री मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा कर दें। अनुपम मिश्रा ने प्रधानमंत्री से आग्रह करते हुए लिखा कि 1928 1932, 1936 के ओलंपिक खेलों में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में मेजर ध्यानचंद की भूमिका से कौन इनकार कर सकता है ।मेजर ध्यान चंद्र केवल भारत के खिलाड़ी नहीं थे बल्कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे। ऐसे महान नायक की उसके ही देश में उपेक्षा खेल जगत का मनोबल गिराने वाली साबित होगी ।अनुपम मिश्रा ने क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यदि भारत रत्न प्राप्त विभूतियों की सूची पर नज़र डालें तो मन पीड़ा से भर उठता है क्योंकि उस सूची में ऐसे कई नाम है जिन से अधिक मेजर ध्यानचंद इस सम्मान के हकदार थे। क़ायदे से तो उन्हें उनके जीवनकाल में ही भारत रत्न मिल जाना चाहिए था। किंतु देश की राजनीति ने ऐसा होने नहीं दिया क्योंकि मेजर ध्यानचंद किसी ऐसी जाति या समुदाय से नहीं आते थे, जिसका राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सकता और ना ही वह एकमुश्त वोट बैंक थे। अनुपम मिश्रा ने कहा कि चूँकि प्रधानमंत्री ने अभी हाल ही में एक पुरस्कार का नामकरण ध्यानचंद के नाम पर किया है। इसलिए ऐसी उम्मीद जगी है कि शायद विश्व के महानतम खेल जगत के नायक को हॉकी के जादूगर दद्दा को भारत रत्न से सम्मानित कर देश अपनी भूतकाल की गलती का प्रायश्चित कर सकें। राष्ट्रीय लोक दल मेजर ध्यानचंद को अविलंब भारत रत्न दिए जाने की मांग करता है। अनुपम मिश्रा ने कहा कि 28 अगस्त को उनके जन्मदिन की पूर्व संध्या पर वह पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ गांधी प्रतिमा स्थल पर दीप जलाकर अपनी मांग सरकार के समक्ष रखेंगे।