वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 14 जुलाई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार को कहा कि पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक अपनी राजनीतिक जमींन गंवा चुके सपा प्रमुख को आत्मावलोकन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आंतकियों की पैरोकारी करने वाले लोगों के मुंह से अपराध व आंतक पर सवाल खडे़ करना शोभा नहीं देता है। लोकतंत्र की दुहाई देने वाले लोग जनादेश को स्वीकार करने के बजाय कभी खुलेआम अधिकारियों को सत्ता में आने पर निपट लेने की धमकी देते है तो कभी आंतकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली पुलिस पर अविश्वास की बाते करके आंतकियों के हौसले बुलंद करते है। उनकी राजनैतिक महत्वाकांक्षाएं देश व प्रदेश की सुरक्षा के विपरीति धारा में बहती रही है।
प्रदेश मीडिया सहप्रभारी हिमांशु दुबे ने बताया कि समाजवादी सरकार में सत्ता के कई केन्द्र हुआ करते थे। उस दौर में मुख्यमंत्री के साथ ही नेता जी, चाचा जी, ताऊ जी और उनके मुंह बोले चचा सत्ता का संचालन किया करते थे। आज सपा प्रमुख अपने कार्यकाल को याद करके भाजपा पर व्यर्थ आरोप लगा रहे है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा सरकार ने सुदृढ़ कानून व्यवस्था से भयमुक्त उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को साकार रूप दिया, भ्रष्टाचार पर सशक्त प्रहार हुआ, कोविड महामारी पर नियत्रंण, प्रदेश में फैला सड़को का जाल व सुचारू विद्युत आपूर्ति जैसे निर्णयों व योजनाओं ने विश्व के सामने योगी जी को सशक्त मुख्यमंत्री के रूप प्रस्तुत किया है। सपा प्रमुख की हताशा व निराशा का कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार की जनता में लगातार बढ़ रही लोकप्रियता है।
श्री सिंह ने कहा कि सपा मुखिया को दंबगई, गुण्डागर्दी के बल पर राजनीति करने की अपनी पुरानी परपाटी अब बदलना होगा। पंचायत चुनाव में गुण्डागर्दी के दम पर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का मंसूबा पाले लोगों को समझ में आ जाना चाहिए कि यह योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भाजपा सरकार है। जिसमें कानून से बढ़कर कोई नहीं है।