वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 21 दिसम्बर। एक समाचार चैनल द्वारा आयोजित अवध एवार्डस् कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या सम्मिलित हुए, जहाँ उन्हें सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री श्री मौर्य ने कहा कि कोरोना संकट से इस वक्त पूरा विश्व लड़ रहा है और भारत भी। लाॅकडाउन में बहुत से लोगों के समक्ष दो जून के भोजन का संकट उत्पन्न हो गया था, ऐसे में तमाम लोग सामने आये और उन लोगों की यथा सम्भव मदद की। इसी प्रकार लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मियों ने भी निष्काम व निःस्वार्थ भाव से सेवा का जिम्मा उठाते हुये प्रदेश के सभी जनपद में कम्यूनिटी किचन की मदद से बहुत सारे लोगों की मदद की। भोजन के पैकेट व राशन सामग्री का वितरण किया गया।
उन्होने आगे कहा कि संकट के समय पूरा समाज एक साथ खड़ा होता है। यही मनुष्य जीवन की विशेषता है। सरकार पूरा प्रयास करती है ,लोगों की हर तरह से सहायता करने की ।परन्तु कोरोना काॅल जैसी महामारी के दौर में अकेले सरकार के लिये भी मदद पहुंचा पाना सम्भव नहीं था। इसके लिये जनआंदोलन की आवश्यकता थी जो कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर हुआ भी और इसी समाज से बहुत सारे लोग सामने आये तथा इस आंदोलन को सफल बनाया।
श्री मौर्य आज ताज होटल में "अवध एवार्डस" कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कोरोना काल में लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया। उन्होने आगे कहा कि अपने जीवन काॅल में सिर्फ दो ही ऐसे अवसर देखे - एक तो 2019 में प्रयागराज में आयोजित कुम्भ मेला, जिसमें बहुत सारे लोग पैदल ही दूर-दूर से हिस्सा लेने आये तथा दूसरा रामजन्मभूमि आंदोलन के लिये भी देश के विभिन्न हिस्सों से लोग पैदल ही चल पड़े थे। रामजन्मभूमि आंदोलन के लिये लोगों ने अपना सर्वस्व अर्पण किया। करोना संकट मे लोग भूखे न रहे इसके लिये जिसने भी कार्य किया, वह प्रसंशनीय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बार-बार कहा है कि जनता की समस्याओं को हल करने के लिये हर सम्भव प्रयास करना है। इसी के तहत निःशुल्क राशन वितरण भी किया गया, ताकि कोरोना के वजह से जिनके भी रोजगार चले गये ,उन्हे भूखा न रहना पड़े।
उन्होंने आगे कहा की आज तमाम लोगों को अवध एवार्डस् के मंच से सम्मानित कर गौरवांवित महसूस कर रहा हुं। सरकार सदैव ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ पर यकीन करती है। ईश्वर से यही कामना है कि कभी विश्व में ऐसी भयावह महामारी न आये।आवश्यकता पड़ने पर समाज को हमेशा आगे आना चाहिए। सामर्थ्य के अनुसार यथासम्भव मदद करना ही हम सबका धर्म है।