- ग्रामीणों ने किया हाइवे जाम, ढाबे पर खड़े वाहन बन रहे एक्सीडेंट का कारण
- मां-बाप का इकलौता चिराग बुझा व दो बेटियों और बेटे के सर से उठ गया पिता का सहारा
वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/एसके सोनी
रायबरेली। जनपद में लगातार रफ्तार का कहर जारी है। हाईवे पर आए दिन तेज रफ्तार ट्रकों से कोई ना कोई काल के गाल में समा रहा है। ऐसा ही एक मामला रायबरेली जिले के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के बांदा - बहराइच हाईवे पर स्थित तरौंजा गांव निकट देखने को मिला, जहां गांव से दुकान खोलने के लिए निकले बाइक सवार व्यापारी को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया, जिससे व्यापारी की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। खबर सुनते आक्रोशित ग्रामीणों ने बांदा - बहराइच हाईवे जामकर दिया। घटना की खबर सुनते ही घटनास्थल पर क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत, महराजगंज क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी सहित कई थानों की पुलिस फोर्स भी आ गयी। लगभग 3 घंटे के जाम के बाद एसडीएम और विधायक के सरकारी अनुदान के आश्वासन के बाद ही जाम को खोला जा सका।
जानकारी के अनुसार मृतक रमेश शुक्ला तरौंजा गांव का रहने वाला था जो अपने गांव से बाइक से हैदरगढ़ दुकान खोलने के लिए जा रहा था। तभी बछरावां की ओर से हैदरगढ़ की ओर जा रहे तेज रफ्तार ट्रक ने प्राथमिक विद्यालय तरौंजा के सामने रमेश शुक्ला को रौंद दिया। जिससे रमेश शुक्ला की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। रमेश शुक्ला की मौत से उसके परिवार का इकलौता सहारा छिन गया है। मृतक रमेश शुक्ला ने बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ में जल्द ही नवरात्रि में सर्राफा की दुकान खोली थी, जो प्रतिदिन की तरह सुबह दुकान के लिए जा रहा था तभी असमय हादसे का शिकार होकर वह काल के गाल में समा गया। मृतक के दो बेटियां और एक बेटा है। ग्रामीणों ने ट्रक चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। ग्रामीणों की माने तो चंद कदम दूरी पर एक ढाबा बना हुआ है, जहां ढाबे के बाहर ट्रक व वाहन खड़े हो जाते है और एक्सीडेंट का कारण बनते हैं।
- शिवगढ़ एसएचओ ने किया मीडिया को गुमराह
घटना पर शिवगढ़ एसएचओ ने बात करते हुए बताया कि हाईवे जाम जैसी कोई समस्या नहीं थी। भीड़ भाड़ बढ़ गई थी, एसडीएम व बछरावां विधायक ने समझा-बुझाकर शांत करवा दिया। जबकि मौके पर कई घंटे हाईवे भी जाम हुआ और रोड पर शव को रखकर परिजनों सहित ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया।
- हाईवे पर बने ढाबों पर खड़े होते हैं ट्रक
उल्लेखनीय है कि हाईवे के किनारे बने ढाबे पर खड़े होने वाले वाहन आए दिन एक्सीडेंट का कारण बनते जा रहे हैं। सुबह पड़ने वाले कोहरे से यह देखना मुश्किल हो जाता है कि हाईवे के किनारे कोई वाहन खड़ा है कि नहीं, और आने जाने वाले उन्हीं ट्रकों से टकराकर काल के गाल में समा जाते हैं। हाइवे किनारे पुलिस की मिलीभगत से ऐसे ढाबे संचालित होते हैं, जिन पर शिकंजा नही कसा जाता।