वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 17 नवंबर। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि दिल्ली में संक्रमण बढ़ने से प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में कुछ केस की बढ़ोत्तरी हुयी है प्रदेश के अन्य जनपदों में संक्रमण की दर कम हुयी है। प्रदेश में संक्रमण कम होने से हाॅटस्पाॅट व कन्टेनमेंट जोन में कमी आयी है। पूरे प्रदेश में टेस्टिंग की गति पूर्ववत रखी जा रही है, ताकि जल्द से जल्द संक्रमण लोगों की पहचान की जा सके। इसलिए अधिक टेस्टिंग बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। आगामी छठ त्यौहार आ रहा है। सभी से अपील है कि नागरिक सावधानी बरते, माॅस्क का प्रयोग करे, हाथ धोते रहे व भीड़भाड वाली जगह पर सोशल डिस्टेसिंग का पालन करे।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। इसके अतिरिक्त रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयां खुल रही है। पुरानी इकाइयों को कार्यशैली पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.37 लाख इकाईयों को रू0 10,850 करोड के ऋण स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा एक नए एम0एस0एम0ई0 एक्ट को भी लागू किया गया है। जिसके अनुसार किसी भी नए एम0एस0एम0ई0 को, यदि वह उद्योग लगाना चाहता है तो उसके द्वारा जिला उद्योग केन्द्र में समुचित प्रपत्रों के साथ आवदेन करने पर उनको 72 घंटे में एक्नालेजमेंट पत्र दिया जायेगा। जिसे प्राप्त करने के 1000 दिन तक वह अपनी इकाई बिना किसी अन्य विभाग से अनापत्ति लिए शुरू कर सकते है। एक्ट के अनुसार 1000 दिन की छूट दी जा रही है जिससे कि वह अन्य विभागों से इस दौरान अनापत्तियां प्राप्त कर लें। प्रदेश में नये उद्योगों, की स्थापना के लिए 6 लाख 30 हजार नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को बैकों द्वारा लगभग 18,348 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। नई इकाइयों के स्थापना से 25 लाख नये रोजगार मिले। बैकों के माध्यम से बैंकों के साथ समन्वय करके यह प्रक्रिया निरन्तर जारी है। शीघ्र ही आॅनलाइन लोन मेला आयोजित कर ऋण वितरित किया जायेगा। जिसमें और अधिक एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को और भी ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि नई ईकाइयों के माध्यम से रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही करने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही की गयी है तथा शिकायत मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों को निलम्बित भी किया गया है। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रांे पर जिलाधिकारी तथा अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा निरन्तर अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे। अब तक 121.81 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है। जो पिछले वर्ष से लगभग 02 गुना से अधिक है। अब तक किसानों से 95,500 कुं0 मक्का की खरीद की जा चुकी है। जो गत वर्षों से काफी अधिक है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 87,478 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,72,10,174 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1455 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 22,166 कोरोना के एक्टिव मामले हैं, 9,775 लोग होम आइसोलेशन में है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 4,84,692 कोविड-19 से ठीक होकर पूर्ण उपचारित हो चुके है। प्रदेश में कोविड-19 रिकवरी रेट 94.24 प्रतिशत हो गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से 24 घंटे में 860 चिकित्सीय परामर्श लिए है। अब तक कुल 2,11,185 लोग चिकित्सीय परामर्श ले चुके है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,58,351 क्षेत्रों में 4,55,031 टीम दिवस के माध्यम से 2,88,69,802 घरों के 14,14,57,743 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2292 लोग ईलाज करा रहे है इसके अतिरिक्त अन्य मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे है। उन्होंने बताया कि 65,408 कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से 9,81,042 संक्रमित लोग का चिन्हांकन किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों में 0-20 आयु वर्ग के 13.61 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 47.22 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 29.02 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 9.97 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वृद्धजन, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चों तथा पूर्व में किसी अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों का विशेष ध्यान रखा जाये। संक्रमण से बचने के लिए मास्क के उपयोग नियमित हाथ धोने तथा उचित दूरी बनाये रखे। उन्होंने कहा कि कोरोना से उपचारित लोगों को यदि कोई समस्या हो तो उनके लिए पोस्ट कोविड केयर सेन्टर भी कार्य कर रहे है।- इंजेश सिंह/धर्मवीर खरे
प्रदेश में संक्रमण कम होने से हाॅटस्पाॅट व कन्टेनमेंट जोन में कमी आयी - नवनीत सहगल