वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 7 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 के सम्बन्ध में राज्य मुख्यालय तथा जनपदों में संचालित इंटीगे्रटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सिस्टम पूरी सक्रियता से कार्य करे। उन्होंने कहा कि यदि किसी जनपद में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेन्टर सुचारु रूप से कार्य नहीं करेगा तो सम्बन्धित जिलाधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक मे अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पूरी सतर्कता बरतने के साथ-साथ प्रत्येक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही किया जाना आवश्यक है। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे कोविड-19 के दृष्टिगत व्यवस्थाओं की प्रभावी माॅनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिलाधिकारी इस दिशा में अपने जनपद में की जा रही कार्यवाही की प्रतिदिन सुबह व शाम नियमित तौर पर समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी तथा निजी चिकित्सालयों में मेडिकल संक्रमण से सुरक्षा के समस्त प्रबन्ध किए जाएं। इसके साथ ही, समस्त सरकारी एवं निजी अस्पतालों में फायर सेफ्टी की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने डी0जी0, फायर सर्विस को अग्नि सुरक्षा के सम्बन्ध में समस्त चिकित्सालयों का निरीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने डोर-टू-डोर सर्वे के कार्य को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न किया जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेन्टर द्वारा प्रतिदिन प्राप्त की जाए। एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों में बेड्स की संख्या में वृद्धि की जाए। उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी, आजमगढ़, प्रयागराज, गोरखपुर तथा बरेली में विशेष सतर्कता बरतते हुए इन जिलों की चिकित्सा व्यवस्थाओं को बेहतर किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने जनपदों में स्थापित जिला सेवा योजन कार्यालय तथा जिला उद्योग केन्द्र को सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बाढ़ व जलमग्न क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को समय से राहत सामग्री उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त नावों का प्रबन्ध किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।